| संतान प्राप्तीसाठी प्रभावी स्तोत्र | ||||
| जे लोक संतती प्राप्तीबाबत निराश झालेले असतात, ज्यांचा वारंवार गर्भपात होतो | ||||
| अशांसाठी हे स्तोत्र फलदायी आहे | ||||
| श्रीषष्ठीदेवीस्तोत्रम | ||||
| नमो दैव्यै महादेव्यै सिध्दयै शान्त्यै नमो नम: ! | ||||
| सुभायै देवसेनायै षष्ठीदेव्यै नमो नम: !! | ||||
| वरदायै पुत्रदायै नमोनम: ! | ||||
| सुखदायै मोक्षदायै षष्ठीदेव्यै नमो नम: ! | ||||
| शक्तिषष्ठांशरुपायै सिध्दायै च नमो नम: | ||||
| मायायै सिध्दयोगिन्यै षष्ठीदेव्यै नमो नम: !! | ||||
| सारायै शारदायै च पारायै सर्वकारिण्ये ! | ||||
| बालाधिष्ठाव्यै देव्यै च षष्ठीदेव्यै नमो नम: !! | ||||
| कल्याणादायै कल्याण्यै फलदायै च कर्मणाम ! | ||||
| प्रत्यक्षायैच भक्तांनाम षष्ठीदेव्यै नमो नम: !! | ||||
| पूज्यायै स्कन्दकान्तायै सर्वेषां सर्वकर्म्सु | ||||
| देवरक्षणकारिण्यं षष्ठीदेव्यै नमो नम: !! | ||||
| शुध्द्सत्वस्वरुपायै वन्दितायै तृणा सदा | ||||
| हिंसाक्रोधवर्जितायै षष्ठीदेव्यै नमो नम: !! | ||||
| धनं देहि प्रिया देहि पुत्रं देहि सुरेश्वरी | ||||
| धर्न देहि यशो देहि षष्ठीदेव्यै नमो नम: !! | ||||
| बभूमि देही प्रजा देहि विद्यां देहि सुपूजिते | ||||
| क्ल्याण च जयं देहि षष्ठीदेव्यै नमो नम: !! | ||||
| इति देवी च संतुत्य लेभे पुत्र प्रियव्रत: | ||||
| यशस्विनं च राजेंद्र षष्ठीदेवी प्रसीदत: !! | ||||
| षष्ठीस्तोत्रमिदं ब्रह्मन य: श्रूणेति च वत्सरम | ||||
| अपुत्रो लभते पुत्रं वरं सुचिरंजीविनम !! | ||||
| वर्षमेकं च या भक्त्या संस्तुत्येदं श्रुणोति च | ||||
| सर्वपापविनिर्मुक्ता महावंन्ध्या प्रसूयते !! | ||||
| वीरपुत्रं च गुणिनं विद्यावंत यशस्विनम | ||||
| सुचिरायुष्यन्तसेव षष्ठीदेवीप्रसादत:!! | ||||
| काकवंध्या च या नारी मृतापत्या च या भवेत ! | ||||
| वर्ष श्रूत्वा लभेत पुत्रं षष्ठीदेवीप्रसादत:!! | ||||
| रोगमुक्ते च बाले च पिता माता श्रूणोति चेत | ||||
| मासेन मुच्यते बाल: षष्ठीदेवीप्रसादत:!! | ||||
| जय देवि जगत्मार्जगदानन्द्कारिणि | ||||
| प्रसीद मम कल्याणि नमस्ते षष्ठिदेवते !! | ||||
December 13, 2011
श्रीषष्ठीदेवीस्तोत्रम
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