October 24, 2013

विनम्र श्रध्दांजली !!!!


Manna de


जिन्हों ने सजाये यहा मेले
सुख दुख संग संग झेले
वही चुनकर खामोशी
यूँ चले जाये अकेले कहा

जिंदगी, कैसी हैं पहेली हाये........


विनम्र श्रध्दांजली  !!!!

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